एडेड संस्कृत स्कूलों के शिक्षकों का 10 हजार तक बढ़ा मानदेय, हाईस्कूल के 20 हजार व इंटर के शिक्षकों को प्रति माह देंगे 25 हजार, दो वर्षों के लिए बढ़ाई गई संविदा अवधि, 1,368 शिक्षकों को फायदा

एडेड संस्कृत स्कूलों के शिक्षकों का 10 हजार तक बढ़ा मानदेय, हाईस्कूल के 20 हजार व इंटर के शिक्षकों को प्रति माह देंगे 25 हजार, दो वर्षों के लिए बढ़ाई गई संविदा अवधि, 1,368 शिक्षकों को फायदा


लखनऊ : अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) संस्कृत माध्यमिक स्कूलों में मानदेय पर तैनात शिक्षकों को राज्य सरकार ने बड़ी राहत दी है। शिक्षकों के मानदेय में 10 हजार रुपये तक की प्रति महीने बढ़ोतरी की गई है। एडेड माध्यमिक संस्कृत स्कूलों में पढ़ाने वाले कुल 1,368 शिक्षकों को इसका लाभ मिलेगा। यही नहीं मानदेय शिक्षकों की एक साथ दो वर्ष के लिए संविदा अवधि भी बढ़ा दी गई है।



पूर्व मध्यमा स्तर (हाईस्कूल) में पढ़ाने वाले शिक्षकों को अभी तक 12 हजार रुपये मासिक मानदेय मिल रहा था। अब इन शिक्षकों को हर महीने 20 हजार रुपये तक मासिक मानदेय मिलेगा। यानी आठ हजार रुपये प्रति महीने की बढ़ोतरी की गई है। वहीं उत्तर मध्यमा स्तर (इंटरमीडिएट) में पढ़ाने वाले शिक्षकों को अभी तक 15 हजार रुपये मासिक मानदेय मिल रहा था। अब इन्हें हर महीने 25 हजार रुपये मासिक मानदेय मिलेगा। यानी 10 हजार रुपये तक की बढ़ोतरी की गई है। 


गुरुवार को कैबिनेट बाई सर्कुलेशन में इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई। संस्कृत शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए योगी सरकार लगातार प्रयास कर रही है। गुणवत्तापरक शिक्षा देने पर पूरा जोर दिया जा रहा है। संस्कृत विद्यालयों में शिक्षकों की कमी के चलते पढ़ाई प्रभावित न हो इसके लिए वर्ष 2021 से दो चरणों में क्रमश: 518 और 850 मानदेय शिक्षकों की भर्ती की गई। 


यही नहीं शैक्षिक सत्र वर्ष 2025-26 और वर्ष 2026-27 तक इनकी संविदा अवधि भी बढ़ा दी गई है। अभी एक-एक वर्ष की संविदा अवधि जिला विद्यालय निरीक्षक बढ़ाते थे। अब सरकार ने शिक्षकों को शोषण से बचाने के लिए एक साथ दो वर्ष की संविदा अवधि बढ़ा दी है। मालूम हो कि संस्कृत स्कूलों में प्रथमा (कक्षा आठ), पूर्व मध्यमा प्रथम (कक्षा नौ), पूर्व मध्यमा द्वितीय (हाईस्कूल), उत्तर मध्यमा प्रथम (कक्षा ग्यारह) और उत्तर मध्यमा द्वितीय (इंटरमीडिएट) की पढ़ाई कराई जा रही है।


एडेड संस्कृत स्कूलों के शिक्षकों का 10 हजार तक बढ़ा मानदेय, हाईस्कूल के 20 हजार व इंटर के शिक्षकों को प्रति माह देंगे 25 हजार, दो वर्षों के लिए बढ़ाई गई संविदा अवधि, 1,368 शिक्षकों को फायदा


लखनऊ : अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) संस्कृत माध्यमिक स्कूलों में मानदेय पर तैनात शिक्षकों को राज्य सरकार ने बड़ी राहत दी है। शिक्षकों के मानदेय में 10 हजार रुपये तक की प्रति महीने बढ़ोतरी की गई है। एडेड माध्यमिक संस्कृत स्कूलों में पढ़ाने वाले कुल 1,368 शिक्षकों को इसका लाभ मिलेगा। यही नहीं मानदेय शिक्षकों की एक साथ दो वर्ष के लिए संविदा अवधि भी बढ़ा दी गई है।



पूर्व मध्यमा स्तर (हाईस्कूल) में पढ़ाने वाले शिक्षकों को अभी तक 12 हजार रुपये मासिक मानदेय मिल रहा था। अब इन शिक्षकों को हर महीने 20 हजार रुपये तक मासिक मानदेय मिलेगा। यानी आठ हजार रुपये प्रति महीने की बढ़ोतरी की गई है। वहीं उत्तर मध्यमा स्तर (इंटरमीडिएट) में पढ़ाने वाले शिक्षकों को अभी तक 15 हजार रुपये मासिक मानदेय मिल रहा था। अब इन्हें हर महीने 25 हजार रुपये मासिक मानदेय मिलेगा। यानी 10 हजार रुपये तक की बढ़ोतरी की गई है। 


गुरुवार को कैबिनेट बाई सर्कुलेशन में इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई। संस्कृत शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए योगी सरकार लगातार प्रयास कर रही है। गुणवत्तापरक शिक्षा देने पर पूरा जोर दिया जा रहा है। संस्कृत विद्यालयों में शिक्षकों की कमी के चलते पढ़ाई प्रभावित न हो इसके लिए वर्ष 2021 से दो चरणों में क्रमश: 518 और 850 मानदेय शिक्षकों की भर्ती की गई। 


यही नहीं शैक्षिक सत्र वर्ष 2025-26 और वर्ष 2026-27 तक इनकी संविदा अवधि भी बढ़ा दी गई है। अभी एक-एक वर्ष की संविदा अवधि जिला विद्यालय निरीक्षक बढ़ाते थे। अब सरकार ने शिक्षकों को शोषण से बचाने के लिए एक साथ दो वर्ष की संविदा अवधि बढ़ा दी है। मालूम हो कि संस्कृत स्कूलों में प्रथमा (कक्षा आठ), पूर्व मध्यमा प्रथम (कक्षा नौ), पूर्व मध्यमा द्वितीय (हाईस्कूल), उत्तर मध्यमा प्रथम (कक्षा ग्यारह) और उत्तर मध्यमा द्वितीय (इंटरमीडिएट) की पढ़ाई कराई जा रही है।



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